पेट में जलन का कारण और इलाज | Stomach Burning in Hindi
पेट में जलन अनेक कारणों से होता है और एसिडिटी इसका एक सामान्य लक्षण है। एसिडिटी के दौरान, पेट में मौजूद अत्यधिक मात्रा में अम्ल उत्पन्न होता है जो जलन का कारण बनता है। यह पेट के ऊपरी हिस्से में होता है जहां एसिडिटी उत्पन्न होती है। इसलिए, पेट में जलन का कारण अधिकतर एसिडिटी होती है।
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पेट जलन का कारण
पेट जलन के कई कारण हो सकते हैं। इसके मुख्य कारणों में निम्न शामिल हो सकते हैं:
- पेट में अधिक अम्ल उत्पन्न होने से एसिडिटी होना
- खराब खानपान और मसालेदार और तैलीय चीजों का सेवन करना
- स्ट्रेस यानी तनाव भी पेट में जलन का कारण बन सकता है
- जीभ के संक्रमण होना
- कुछ दवाओं का सेवन भी पेट में जलन का कारण बन सकता है
यदि आप लंबे समय से पेट में जलन और अन्य लक्षणों का सामना कर रहे हैं तो आपको जल्द से जल्द विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
पेट में जलन होने पर क्या खाना चाहिए?
अगर आपको पेट में जलन हो रही है तो निम्नलिखित खान-पान की चीजें आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं:
- केले एसिडिटी से निजात पाने के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है
- दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स एसिडिटी को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं
- घी एसिडिटी के लिए बहुत ही उपयोगी होता है। इसके अलावा, यह पेट के दर्द को कम करने में भी मदद करता है।
- नारियल पानी पेट के गैस और जलन को कम करने में मदद करता है।
- आटे की रोटी भी अम्लता को कम करने में मदद करती है।
इसके अलावा, आपको खाने से कम समय के अंतराल में खाना खाना चाहिए और तली हुई, मसालेदार चीजों और तीखे भोजन से बचना चाहिए। आपको अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि आपके शरीर में अम्ल का स्तर नियंत्रित रहे।
पेट में जलन होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?
जब पेट में जलन का अनुभव होता है, तो खाने के खान-पान के समय काफी सावधानी बरतनी होती है। निम्नलिखित चीजों के सेवन पेट में जलन को बढ़ा सकता है, इसलिए इन सबसे बचना चाहिए:
- तीखी और मसालेदार चीजें जैसे कि मिर्च, नमकीन, गरम मसाले, सोसेज आदि
- तला हुआ, अधिक मसला युक्त और तीखे वाले खाद्य पदार्थ
- शराब, सिगरेट और अन्य नशीली चीजें
- कॉफी और चाय का अत्याधिक सेवन
- चॉकलेट और मिठाई।
इसके अलावा, भोजन करने के तुरंत बाद पानी पीने और सोने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इससे भी पेट में जलन हो सकती है। आशा करते हैं कि यह जानकारी आपकी सहायता करेगी।
पेट के जलन का इलाज कैसे होता है?
पेट में जलन के विभिन्न कारण हो सकते हैं जैसे कि खराब खान-पान की आदतें, ऊतकों का दोष, एसिडिटी, पाचन तंत्र की अनुपचयता, एलर्जी, विषैले पदार्थों से प्रभावित होना आदि।
जब खाने में तीखी और मसालेदार चीजें होती हैं तो पेट में अधिक एसिडिटी का उत्पादन होता है जिससे पेट में जलन होती है। इसके अलावा, एसिडिटी के कारण भी पेट में जलन हो सकती है।
जब पाचन तंत्र की अनुपचयता होती है, तो पाचन तंत्र में खराबी के कारण आहार के पाचन को पूरा करने में कठिनाई होती है। इससे आहार पेट में रह जाता है जो बाद में पेट में जलन का कारण बनता है।
एलर्जी और विषैले पदार्थों से प्रभावित होने से भी पेट में जलन हो सकती है। एलर्जी के कारण आहार के साथ-साथ शरीर में सूजन होती है जो पेट में जलन या दर्द का कारण बन सकती है। इसी तरह, विषैले पदार्थों से प्रभावित होने से भी पेट में जलन होती है।
पेट में जलन होने पर डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
यदि आपको लगातार पेट में जलन होती है तो आपको एक डॉक्टर से जल्द से जल्द मिलना चाहिए। अधिक मात्रा में जलन के कुछ गंभीर कारण हो सकते हैं, जैसे कि पेट के अल्सर, गैस्ट्रो-ओइसोफेजियल रिफ्लक्स रोग, कैंसर या अन्य गंभीर समस्याएं आदि।
इसके अलावा, यदि जलन के साथ-साथ आपको जी मचलाना, उलटी, दस्त, बुखार या अन्य संबंधित लक्षण भी होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। साथ ही, आप डॉक्टर से मिलने से पहले अपने लक्षणों को ध्यान से समझें और डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बी=उन्हें विस्तार से बताएं। साथ ही, डॉक्टर से मिलने से पहले तक मसालेदार और तली हुई या तीखी चीजों को खाने से बचें।
अगर आपको पेट में जलन रहता है या एसिडिटी से परेशान हैं तो आप हमारे विशेषज्ञ के साथ अपॉइंटमेंट बुक करके उनसे परामर्श कर सकते हैं। सीके बिरला हॉस्पिटल में पेट में जलन और एसिडिटी का सर्वश्रेष्ठ उपचार प्रदान किया जाता है। अपना अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए आप इस पेज के ऊपर दाहिनी और दिए गए बुक अपॉइंटमेंट फॉर्म या मोबाईल नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं।